◼️प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शिक्षकों का उत्पीड़न करने,
◼️कार्यालय द्वारा शिक्षकों के कार्यों में न्यून कार्य प्रवृत्ति एवं हीला-हवाली,
◼️बेवजह अबतक लंबित शिक्षक समस्या- चयन वेतनमान,
◼️क्रमरहित NPS
◼️प्रान किट का वितरण न होना,
◼️छोटी-छोटी त्रुटियों के लिए शिक्षकों का वेतन रोकने,
◼️एक दिन कटौती के मामलों के निस्तारण में अनावश्यक विलंब,
◼️ विस्तारित नगरपालिका क्षेत्र के शिक्षकों के शहरी आवासीय भत्ते के मामले,
◼️ 50 से कम नामांकन पर कार्यवाही,
◼️बीएलओ पद धारक पारस्परिक ट्रांसफर वाले शिक्षकों को रिलीविंग ज्वाइनिंग कराने,
◼️जो शिक्षक संकुल कार्य के प्रति इच्छुक नहीं हैं- उन्हें मुक्त करने,
◼️ शिक्षकों का EL अपडेट कराने,
◼️ शिक्षामित्रों, अनुदेशकों का मानदेय नियमित रूप से ससमय भुगतान न करने,
◼️ मानव संपदा के कार्य न कर पाने की दशा में शिक्षकों को परेशान करने,
◼️ टैबलेट द्वारा उपस्थिति का विरोध,
◼️ आनलाइन डाटा फीडिंग तथा कतिपय गैर शैक्षणिक कार्यों के मामलों में सीधे वेतन रोकने,
◼️ वरिष्ठता सूची का नियमानुसार निर्धारण एवं प्रोन्नत वेतनमान स्वीकृति
आदि मुद्दों के खिलाफ जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय परिसर में सैकड़ों शिक्षकों की उपस्थिति में विरोध-प्रदर्शन आयोजित किया।
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे जिला संयोजक जयशिव प्रताप चंद ने कहा कि बीएसए कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ यह विरोध प्रदर्शन एक शंखनाद की तरह है, यदि अब भी सुधार नही हुआ तो व्यापक स्तर पर धरना प्रदर्शन होगा।

सभा को राघवेंद्र वीर शाही, शशांक मिश्र, जितेंद्र प्रजापति, एहसान उल हक, ज्योति गुप्ता, सत्यप्रकाश त्रिपाठी, अशोक तिवारी, नर्वदेश्वर मणि, ज्ञानेश यादव, अतुल मिश्रा, वीरेंद्र यादव, रामप्रताप रंजन, राघवेन्द्र कुशवाहा, अजय यादव, रामबालक सिंह, प्रत्युष राय, अजय यादव, आशुतोष नाथ तिवारी सहित अनेक वक्ताओं ने संबोधित किया।
प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की जिला कोर समिति से अभिषेक जायसवाल, वागीश दत्त मिश्रा, शिखर शिवम त्रिपाठी, प्रमोद कुशवाहा, रजनीकांत त्रिपाठी, आशुतोष मिश्र ‘अमन’ व ज़िले की समस्त ब्लॉक कार्यकारिणी समेत सैकड़ों शिक्षक उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन गोविंद सिंह ने किया।
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